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ICCL -  Repo Margining Framework
ए. बास्केट रेपो पर त्रि-पक्षीय रेपो (ऋणदाता को हस्तांतरित प्रतिभूतियां)

ट्रांजेक्शन से लेकर रेडी लैग तक

  • आईसीसीएल ऋणदाता पर लेनदेन मूल्य के 0.5% का प्रारंभिक मार्जिन लगाएगा। प्रारंभिक मार्जिन, लेन-देन के समय आईसीसीएल के पास ऋणदाता द्वारा जमा की गई पात्र कोलेटेरोल का समायोजन करके, अपफ्रंट आधार पर ऑनलाइन जमा किया जाएगा।
  • ऋणदाता पर इस प्रकार लगाया गया प्रारंभिक मार्जिन तब वापस किया जाएगा जब ऋणदाता अपने द्वारा चुने गए निपटान चक्र यानी टी+0 (उसी दिन) या टी+1 (अगले कारोबारी दिन) के आधार पर अपने भुगतान दायित्व की धनराशि चुका देगा।
  • आईसीसीएल ऋण लेने वाले पर कोई आरंभिक मार्जिन नहीं लगाएगा।
रेडी लैग से फॉरवर्ड लैग तक

  • रेडी लेग मार्जिन: आईसीसीएल समय-समय पर, ऋणदाता पर लेनदेन मूल्य पर प्रतिशत के रूप में एक रेडी लैग मार्जिन लगाएगा। प्रतिशत की दर कम से कम पात्र रेपो प्रतिभूतियों पर लागू हेयरकट के बराबर होगी।
  • आईसीसीएल ऋणी पर रेडी लैग मार्जिन नहीं लगाएगा।
मार्क टू मार्केट मार्जिन

  • पात्र रेपो प्रतिभूतियों को दैनिक आधार पर मार्क-टू-मार्केट किया जाएगा। प्रत्येक रेपो लेनदेन के लिए उधारकर्ता या ऋणदाता पर जैसा भी मामला हो, मार्क टू मार्केट मार्जिन लगाया जाएगा।
  • मूल्य में गिरावट होने की स्थिती में उधारकर्ता के पात्र रेपो प्रतिभूति पोर्टफोलियो में मार्क-टू-मार्केट हानि होने पर उधारकर्ता को अतिरिक्त आवश्यक कोलेटेरोल लाने की आवश्यकता होगी।
  • मूल्य में बढोतरी होने की स्थिती में ऋणदाता के पात्र रेपो प्रतिभूति पोर्टफोलियो में मार्क-टू-मार्केट फायदा होने पर ऋणदाता को अतिरिक्त आवश्यक कोलेटेरोल लाने की आवश्यकता होगी।
  • यह एमटीएम आईसीसीएल अपने पास बनाए रखेगा। फॉरवर्ड लैग के सेटलमेंट का पे-इन पूरा होने के बाद एमटीएम मार्जिन वापस किया जाएगा।
फॉरवर्ड लैग

बी. बास्केट रेपो (आईसीसीएल द्वारा धारित प्रतिभूतियां) पर त्रि-पक्षीय रेपो


b. Tri-Party repo on Basket Repo (Securities held by ICCL)

ट्रांजेक्शन से लेकर रेडी लैग तक

  • आईसीसीएल ऋणदाता पर लेनदेन मूल्य के 0.5% का प्रारंभिक मार्जिन लगाएगा। प्रारंभिक मार्जिन, लेन-देन के समय आईसीसीएल के पास ऋणदाता द्वारा जमा की गई पात्र कोलेटेरोल का समायोजन करके, अपफ्रंट आधार पर ऑनलाइन जमा किया जाएगा।
  • ऋणदाता पर इस प्रकार लगाया गया प्रारंभिक मार्जिन तब वापस किया जाएगा जब ऋणदाता अपने द्वारा चुने गए निपटान चक्र यानी टी+0 (उसी दिन) या टी+1 (अगले कारोबारी दिन) के आधार पर अपने भुगतान दायित्व की धनराशि चुका देगा।
  • आईसीसीएल ऋण लेने वाले पर कोई आरंभिक मार्जिन नहीं लगाएगा।
रेडी लैग से फॉरवर्ड लैग तक

  • रेडी लेग मार्जिन: इस मॉडल में, आईसीसीएल उधारकर्ता या ऋणदाता पर रेडी लैग मार्जिन नहीं लगाएगा।
मार्क टू मार्केट मार्जिन

  • पात्र रेपो प्रतिभूतियों को दैनिक आधार पर मार्क-टू-मार्केट किया जाएगा। मार्क टू मार्केट मार्जिन केवल उधारकर्ता पर लगाया जाएगा।
  • मूल्य में गिरावट होने की स्थिती में उधारकर्ता के पात्र रेपो प्रतिभूति पोर्टफोलियो में मार्क-टू-मार्केट हानि होने पर उधारकर्ता को अतिरिक्त आवश्यक कोलेटेरोल लाने की आवश्यकता होगी।
  • यह एमटीएम आईसीसीएल अपने पास बनाए रखेगा। फॉरवर्ड लैग के सेटलमेंट का पे-इन पूरा होने के बाद एमटीएम मार्जिन वापस किया जाएगा।
फॉरवर्ड लैग

उधारकर्ता और ऋणदाता पर लगाए गए मार्जिन को फॉरवर्ड लैग के सेटलमेंट का पे-इन पूरा होने के बाद वापस किया जाएगा।

कौलेटेरोल (तरल संपत्ति)

इक्विटी कैश सेगमेंट में कौलेटेरोल के लिए पात्रता मानदंड रेपो सेगमेंट में भी लागू होंगे।

  • तरल परिसंपत्ति
    तरल संपत्ति नकद और गैर-नकद संपत्ति नकद के समकक्ष होनी चाहिए। जिसमें नकद रकम कुल तरल संपत्ति का कम से कम 50% होना चाहिए। नकद समकक्ष और गैर-नकद समकक्ष के रूप में जमा की गई तरल परिसंपत्तियां, आईसीसीएल द्वारा समय-समय पर निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार लागू हेयरकट, एकल बैंक और एकल जारीकर्ता एक्सपोजर सीमा आदि के मानदंडों के अधीन हैं।