ICCL - Company Profile
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कंपनी के बारे में
इंडियन क्लियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (“ICCL”) की स्थापना वर्ष 2007 में बीएसई लिमिटेड (“BSE”) की संपूर्ण स्वामित्ववाली सहायक कंपनी के रूप में हुई। बीएसई के विविध घटकों के लिए आईसीसीएल क्लियरिंग, निपटान, गिरवी प्रबंधन (कोलैटरल मैनेजमेन्ट) व जोखिम प्रबंधन (रिस्क मैनेजमेन्ट) का कार्य कर रही है। आईसीसीएल जिन सौदों में क्लियरिंग और निपटान सेवा प्रदान करती है, के लिए सेंट्रल काउंटरपार्टी की भूमिका निभाती है।

आईसीसीएल बीएसई के इंडियन कॉर्पोरेट डेट (Debt) घटक और म्युच्युअल फंड (“StAR MF”) घटक में सूचित सौदों का निपटान करती है और बीएसई के इक्विटी कैश, इक्विटी डेरिवेटिव्ज़, बीएसई एसएमई, ऑफर फॉर सेल, प्रतिभूतियों की लैंडिंग व बोरोइंग, डेट सैगमेंट, ब्याज दर वायदा और करैंसी डेरिवेटिव्ज़ सैगमेंट सहित बीएसई के अन्य सभी घटकों के लिए सौदे के क्लियरिंग और निपटान का कार्य करती है।

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (‘SEBI”) ने आईसीसीएल को मान्यताप्राप्त सेंट्रल काउंटरपार्टी (“QCCP”) दर्जा प्रदान किया है। QCCP सदस्य बैंकिंग सुपरवीज़न पर गठित बेसल समिति द्वारा स्थापित बेसल III की रूपरेखा के तहत नीची चार्ज/पूंजी आवश्यकता के अधीन है। भारत में बैंकों और प्रमुख वितरकों के लिए ICCL जैसी QCCP के लिए पूंजी आवश्यकता में केवल प्रमुख वितरकों के लिए पूंजी पर्याप्तता मानक और जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देश भारतीय रिजर्व बैंक (“RBI”) द्वारा निर्धारित किये है। ICCL को मान्यताप्राप्त CCP होने की वजह से कमेटी ऑफ पेमेन्ट एण्ड सैटलमेन्ट सिस्टम (“CPSS”) और इंटरनेशनल ऑर्गेनाईज़ेशन ऑफ सिक्योरिटी कमिशन्स (“IOSCO”) द्वारा जारी फाइनेंसियल मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर (“PFMI”) सिद्धांतों के अनुरूप नियम और विनियमनों का अतिरिक्त अनुपालन करना आवश्यक है। ये नियम व कानून प्रणालीगत जोखिम को सीमित करके वित्तीय बाज़ार में पारदर्शिता एवं स्थिरता बढ़ाते हैं। QCCP के पास ICCL जैसा पंजीकृत क्लियरिंग सदस्य विस्तृत जोखिम प्रबंधन रूपरेखा का लाभार्थी है और नीची पूंजी लागत के रूप में भी लाभार्थी है।

ICCL भारत का एकमात्र क्लियरिंग कॉर्पोरेशन है, जिसे इंडियन रेटिंग एजेंसी (फिच रेटिंग्स की भारतीय शाखा) एवं केयर रेटिंग्स लि. जैसी दो रेटिंग एजेंसियों से “AAA” रेटिंग्स प्राप्त है।

ICCL ने इक्विटी कैश सैगमेन्ट में मार्जिनिंग के लिए वैल्यू एट रिस्क और इक्विटी डेरिवेटिव्ज़, करैंसी डेरिवेटिव्ज़ और व्याज दर डेरिवेटिवव्ज़ जैसे सभी डेरिवेटिव्ज़ कारोबार के लिए जोखिम आधारित स्पान (SPAN) जैसी कार्यक्षम जोखिम प्रबंधन व्यवस्था अमली बनाई है।

BSE के मंच पर निष्पादित सौदों की क्लियरिंग व निपटान सेवा प्रदान करने के लिए 20 बैंक क्लियरिंग बैंक सूचीबद्ध है; सकल कर्ज सीमा औसत दैनिक निधि भुगतान (फंड पे-आउट) से अधिक है।

ICCL निवेशक व सदस्यों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है और सुरक्षा को और बढ़ाने के लिए ICCL ने 375 करोड़ रु. की अद्वितीय बीमा पॉलिसी ली है। पॉलिसी का उद्देश्य काउंटरपार्टी डिफ़ॉल्ट्स से ICCL की सुरक्षा करना और ICCL नैटवर्थ की गुंजाइश बढ़ाना है, ताकि नान डिफ़ॉल्टिंग सदस्यों के लिए स्तोत्र और सुरक्षित हो सके।